प्रथमो मे नमस्कार: प्रचोदनाय मित्राय नमस्तेजोगोलकाय
द्वितीयो मे नमस्कार: जातवेदसे देवाय प्राणीनां पावकाय
तृतीयो मे नमस्कार: नमो वरूण देवाय जगती पोषकाय
चतुर्थो मे नमस्कार: नमो वायुदेवतायै स्पर्शरूपतन्मात्रायै
पंचमो मे नमस्कार: रत्नगर्भा वसुधायै नित्यमाधारभूतायै
षष्ठो मे नमस्कार: नमो भारतजनन्यै स्वाभिमानप्रतिमायै
सप्तमो मे नमस्कार: जनन्यै जनकाय स्नेहभाव प्रेरकाय
अष्टमो मे नमस्कार: नमो विद्यासेवकाय आत्मज्ञानबोधकाय
नवमो मे नमस्कार: ब्रह्मरूपस्वदेहाय जागरित चैतन्य़ाय
दशमो मे नमस्कार: नमो दिगभ्य आकाशाय पुरो मार्गदर्शकाय