राष्ट्र सेविका समिति की तृतीय प्रमुख संचालिका वंदनीय उषाताई गुणवंत चाटीजी को देवी अहल्या मंदिर धंतोली नागपुर में भावपूर्ण श्रद्धांजली दी गयी।
17.08.2017 को आयु के 91 साल में उनका दुःखद निधन हुआ था। राष्ट्र सेविका समिति की वं प्रमुख संचालिका मा. शांताक्का, प्रमुख कार्यवाहिका मा. सीता गायत्री अन्नदामन, अ. भा. सहकार्यवाहिका मा. सुलभा देशपांडे, पूर्व प्रमुख संचालिका मा. प्रमिलाताई मेढे तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाहक मा. भैय्याजी जोशी इन्होंने उनका अंतिम दर्शन लिया।
उसके पश्चात उषाताईजी को सेविकाओं द्वारा अंतिम मानवंदना दी गयी। इस समय उनकी स्मृतियों को उजागर करते हुए मा. चित्राताईजी जोशी ने (अखिल भारतीय सरकर्यवाहिका. रा. से. समिति ) कहा वं. उषाताई का व्यक्तित्व अलौकिक दुर्बल एवं मातृत्व और नेतृत्व का परिचायक था। प्रसन्नता का प्रसारण उन्होंने नित्य अपने जीवन से किया जिस कारन वह हजारों सेविकाओं के ह्रदय में मातृपद पर रही। उनके जैसा आत्मीयतापूर्ण और संवेदनशील व्यवहार से कार्य करना यही उन्हें उचित श्रद्धांजली होगी।
वं. उषाताईजी के बारे में कहते हुए मा. भैय्याजी जोशी ने बताया की जीवन में एक निश्चित विचार स्वीकारने के बाद उसके अनुरूप अपना जीवन गढ़ना, समाज की अनुकूल - प्रतिकूल परिस्थिति में तटस्थ रहते हुए उस मार्ग पर अविरत चलते रहना यह एक कठिन पुरुषार्थ है। ऐसा कार्य करनेवाले महापुरुषों की तालिका में उषाताईका स्थान अत्यंत ऊंचा है। राष्ट्रोंत्थान करने के जिस मार्ग पर वह चली उसी मार्ग पर क्रमण करना और देश का सम्मान बढे ऐसा कार्य करना यही उनको श्रद्धांजली होगी।
बाद में सभी सेविकाएं, रिश्तेदार तथा समाज के गणमान्य व्यक्ति और विविध संस्था , संघटनाओं के बंधू भगीनियों ने अंत्ययात्रा में सहभागी होकर मोक्षधाम घाट पर उन्हें अंतिम बिदाई दी जहाँ उनके भतीजे श्री. उदय चाटी के द्वारा दाह संस्कार किया गया।