समिति सेवाकार्य दृष्टिकोन

सेवा सृष्टी

सृष्टी के प्रत्येक अविष्कार मे ईश्वर तत्व है" इस भावना से पेड पौधे, पशुपक्षी सहित मनुष्य जगत के प्रति देखना यह भारतीय संस्कृती का स्वभाव है .अर्थात यह सृष्टी परस्पर संबंधित, परस्परावलंबी और एकही परमात्मा तत्व से जुडी है ऐसा भारतीय विचार है. किसी भी व्यक्ति की सेवा याने साक्षात परमात्मा की सेवा है इसलिये राष्ट्र सेविका समिती सेवा कार्य का अत्यंत महत्व है. मनुष्य की उन्नति का साधन सेवा है, परमात्मा का दर्शन सेवा मे है ,समरसता की अनुभूती सेवा के कारण मिलती है ऐसी अनुभूती सेवाकार्य से जुडी सेविकाये ..

शिक्षा

स्वसहायता केंद्र, उद्योग मंदिर
कौटुंबिक सलाह केंद्र, सिलाई केंद्र
बुनाई केंद्र, अल्पकालीन आवासगृह
..